समाज मे जितनी असुरक्षा की भावना आज लडकियो मे है..उतनी शायद किसी मूक पशु को भी नही होगी..कारण.लडकियो ... समाज मे जितनी असुरक्षा की भावना आज लडकियो मे है..उतनी शायद किसी मूक पशु को भी नह...
आज भी समाज में बेटियों के प्रति दो रिती देखने को मिलती है ।खाश रूप से जब अपने ही घर में बंधुआ मजदूरि... आज भी समाज में बेटियों के प्रति दो रिती देखने को मिलती है ।खाश रूप से जब अपने ही...
हर स्त्री प्रताड़ित है कहीं ओहदे से,कहीं गुरुर से,कहीं जिम्मेदारियो से,कहीं धर्म संस्कार की आड़ से,क... हर स्त्री प्रताड़ित है कहीं ओहदे से,कहीं गुरुर से,कहीं जिम्मेदारियो से,कहीं धर्म...
दुनिया बराबरी वाली दुनिया बराबरी वाली
अपनी नकारात्मक सोच पर अफसोस हुआ अपनी नकारात्मक सोच पर अफसोस हुआ
जो रिश्ते समय के अभाव में सूख रहे थे वो कुछ पल के छींटों से फिर जीवित होने लगे। जो रिश्ते समय के अभाव में सूख रहे थे वो कुछ पल के छींटों से फिर जीवित होने लगे।